RUBAI-बेहोश नहीं हूं मैं दिवाने की तरह।
बेहोश नहीं हूं मैं दिवाने की तरह समझाओ ना तुम मुझको सियाने की तरह बस राज ही क्या तेरी कही बात भी मैं सीने में दफ़न कर लूं ख़जाने की तरह
आने दो या डुबो दो अब तो तुम्हारी जानिब कश्ती तुम्हीं पे छोड़ी लंगर उठा दिए हैं